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Showing posts from February 7, 2016

#Siachin

सियाचिन :...इथे पावलापावलावर मृत्यूशी संघर्ष असतो ... तिथलं सगळ्यात मोठं आव्हान कुठलं असेल तर ते म्हणजे जगणं ... इथे तैनात असलेला जवान तीन महिन्यांनी सुखरुप बेस कॅम्पवर परतला तर तो असतो त्याचा पुनर्जन्म ... सियाचिन... जगातली सगळ्यात उंचावर असलेली युद्धभूमी ... इथलं सगळ्यात मोठं आव्हान म्हणजे जगणं... जिवंत राहणं ... सियाचीन या शब्दाचा अर्थ 'गुलाबांचं खोरं'.... पण इथे गुलाबांपेक्षा बोचणारे काटेच जास्त आहेत ... नजर जाईल तिथपर्यंत बर्फच बर्फ... पण समुद्रसपाटीपासून तब्बल २२ हजार फुटांवरचा बर्फ प्रचंड जीवघेणा. *चीन-भारत सीमारेषा: हिमालयाच्या काराकोरम रांगांमध्ये सियाचिन वसलंय. चीन आणि भारतीय उपखंडाला वेगळी करणारी ती रेषा... सियाचिन सामरिकदृष्ट्या अत्यंत महत्त्वाचं... म्हणूनच सियाचिनच्या सुरक्षेशी अजिबात तडजोड केली जात नाही. *सुरक्षेवर १५०० कोटींचा खर्च: ७६ किलोमीटरचं असलेलं सियाचिन जगभरातलं दुसरं मोठं हिमशिखर... इथलं तापमान उणे ४० ते ५० अंश असतं, थंडीत ते उणे ७० पर्यंत खाली जातं... वारे वाहतात ते बंदुकीच्या गोळीच्या वेगानं... सियाचिनमध्ये जवळपास भारताची दीडशे पोस्ट आहेत. त्यावर सुमा...

Banking sector needs reforms

Quiz: Where did the UPA do the maximum damage? (a) 2G scam; (b) Coalgate; (c) CWG scam; (d) Banking sector scam(s). You can choose any answer and you would not be wrong, but my pick would be (d) the banking sector near-scam, where cronies got crores of loans from nationalised banks for dubious projects which have now gone bad and are staining banks’ balance-sheets with red ink. Economic revival is impossible without a robust banking sector, and that is precisely what is missing right now. It is not that the rot is being discovered only now. Even while the UPA was in power, a lot of these bad loans were being quietly written off. According to this Indian Expressreport just two days ago, 29 public sector banks wrote off Rs 1,14,000 crore of bad loans in just three years, from 2013 to 2015. This was more than they did in the previous nine years. Today’s crop of banking sector results shows that there is no end to the bad news. Close on the heels of horrid results from P...

#IndianRailways launches new bedroll scheme

Ministry of Railways launches new scheme Shri Suresh Prabhu, launched Personalised take away bedrolls service in Indian Railways Shri Suresh Prabhakar Prabhu, Union Minister of Railways during a grand function held at East Tambaram Railway Colony Ground in Tambaram, Chennai yesterday i.e.  07.02.2016 (Sunday) launched various Railways project/schemes which also included ‘Personalised take away bedrolls scheme’ Initially, the supply would be at Chennai Central Railway Station and Thiruvananthapuram Central Railway Station of Southern Railway. Later, this scheme will be extended to other stations also in the country in phases . Salient features of e-Bedrolls : Bedrolls are disposable.  Hence, passengers can take them home after journey.          Type 1 – Bedroll kit packed in a non-woven fabric bag consisting of two cotton bedsheets and one pillow at a cost of Rs.140. Type 2 – Blanket kit packed in a non-woven bag consisting of one bla...

Little known facts about #VeerSavarkar

ये 25 बातें पढ़कर आपका सीना गर्व से चौड़ा हो उठेगा,इसको पढ़े बिना आजादी का ज्ञान अधूरा है! आइए जानते है एक ऐसे महान क्रांतिकारी के बारें में जिनका नाम इतिहास के पन्नों से मिटा दिया गया। जिन्होंने ब्रिटिश हुकूमत के द्वारा इतनी यातनाएं झेली की उसके बारें में कल्पना करके ही इस देश के करोड़ो भारत माँ के कायर पुत्रों में सिहरन पैदा हो जायेगी।जिनका नाम लेने मात्र से आज भी हमारे देश के राजनेता भयभीत होते हैं क्योंकि उन्होंर माँ भारती की निस्वार्थ सेवा की थी। वो थे हमारे परम पूज्य वीर सावरकर। 1. वीर सावरकर पहले क्रांतिकारी देशभक्त थे जिन्होंने 1901 में ब्रिटेन की रानी विक्टोरिया की मृत्यु पर नासिक में शोक सभा का विरोध किया और कहा कि वो हमारे शत्रु देश की रानी थी, हम शोक क्यूँ करें? क्या किसी भारतीय महापुरुष के निधन पर ब्रिटेन में शोक सभा हुई है.? 2. वीर सावरकर पहले देशभक्त थे जिन्होंने एडवर्ड सप्तम के राज्याभिषेक समारोह का उत्सव मनाने वालों को त्र्यम्बकेश्वर में बड़े बड़े पोस्टर लगाकर कहा था कि गुलामी का उत्सव मत मनाओ ! 3. विदेशी वस्त्रों की पहली होली पूना में 7 अक्तूबर 1905 को वीर सावरकर ने जला...