Rohit Vemula suicide and beyond...


दलित छात्रों के माता पिता और अभिभावक सावधान
...कृपया ध्यान रखे की जिस बेटे को आपने पढाई के लिए भेजा है
कही वो हिन्दू विरोधी तत्वों के हाथ का खिलौना तो नही
बन रहा है ....
रोहित वेमुला आत्महत्या केस दलित छात्रों के साथ हिन्दू
विरोधी देश विरोधी तत्वों द्वारा की जा रही राजनितिक
रोटी किस तरह सेकी जा रही है उसका जीता जागता उदाहरन
है ...
रोहित वेमुला हैदराबाद युनिवर्सिटी में पढ़ता था .. जहाँ
वामपंथी और मुस्लिम नेताओ ने दलित छात्रों को अपनी
राजनितिक रोटी सेकने का एक माध्यम बना रखा था ..
रोहित वेमुला हैदराबाद युनिवर्सिटी में गौमांस भोज आयोजन
करने के सबसे आगे था ..जबकि गौमांस भोज के पीछे दिमाग
ओबैसी का था .. फिर इसने मुंबई ब्लास्ट के खूंखार आतंकी
याकूब मेमन को फांसी देने का खूब जोर शोर से विरोध किया
.. और फांसी के बाद इसने अपने होस्टल के कमरे को "याकूब
मेमोरियल हाल" बनाकर पेश किया .. और लोगो को याकूब को
श्रधान्जली देने के लिए अपने कमरे में बुलाता था ...इसके सन्गठन
"अम्बेडकर स्टूडेंट्स एसोसिएशन" ने मुस्लिम संगठनो के साथ
मिलकर याकूब की फांसी के विरोध में एक डाक्यूमेंट्री
"मुजफ्फरनगर बाकी है " बनाई | इस डाक्यूमेंट्री में मुस्लिमो को
हिन्दुओ पर हमले करने के लिए उकसाया गया था ..
अम्बेडकर स्टूडेंट्स एसोसिएशन के ऐसे कार्यो का जब एबिपिपी
और पुलिस ने भी विरोध किया ..तब युनिवर्सिटी प्रसाशन ने
छात्रों को तीन बार चेतावनी दी ..और उनके अभिभावकों
को पत्र लिखकर चेतावनी दिया गया की आपका बच्चा पढाई
में नही बल्कि नेतागिरी और राष्ट्रविरोधी कार्यो में लिप्त
रहता है .. फिर भी जब सुधार नही हुआ तब पांच छात्रों को
होस्टल से निकाल दिया गया ...
एक युवा छात्र के इस तरह मौत से सबको दुःख है .. लेकिन आखिर
इसके पीछे जिम्मेदारी किसकी है ??? आखिर उन तत्वों पर
दलित लोग क्यों नही आवाज उठा रहे है जो दलित छात्रों को
अपनी तुच्छ राजनिति के लिए शिकार बना रहा है छात्र
युनिवर्सिटी में पढने आते है क्या उस आतंकी को फांसी देने का
विरोध करने जिसे बाबा साहेब अम्बेडकर के बनाये सम्विधान के
अनुसार ही मुकदमा चलाकर फांसी दी गयी है ...
इस घटना से दलित छात्रों के माता पिता को सावधान होना
होगा ... आप हिन्दू धर्म से नफरत करते है तो करिये ..लेकिन
किसी को उकसाइए मत ..किसी मुस्लिम के हाथो
राजनितिक खिलौना मत बनिये ....
दलित मित्रो याद रखना ..पाकिस्तान में जितने भी हिन्दू बचे
है उसमे 96% दलित ही है .. और वहाँ ये मुस्लिम दलित हिन्दुओ पर
क्या क्या अत्याचार कर रहे है वो हम मीडिया में रोज देखते है ..
यकीन न हो तो पाकिस्तान से भारत आकर शरणार्थी बनकर रह
रहे पाकिस्तान के हिन्दू दलितों से जाकर पूछ लो ..जो मुस्लिम
नेता भारत में दलित मुस्लिम भाई भाई का नारा लगते है ..वही
मुस्लिम पाकिस्तान में दलितों पर अमानवीय अत्याचार कर रहे
है।
साभार..

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