Atalji's birthday today...remember his epoch lines describing India
🌷🌷🌷🎊🎉🎊🌷🌷🌷
25 दिसम्बर
माँ भारती के लाल, राजनीती, शुचिता के महानायक, जन-जन के लाड़ले पूर्व प्रधानमन्त्री और भारत रत्न श्रद्धेय अटलजी का जन्मदिवस है।
🌷🌷🌺🌹🌷🌷🌹🌺🌷🌷
सम्पूर्ण राष्ट्र को भारत रत्न अटलजी के जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाये...
अटलजी की रचना
भारत जमीन का टुकड़ा नहीं,
जीता जागता राष्ट्रपुरुष है।
हिमालय मस्तक है, कश्मीर किरीट है,
पंजाब और बंगाल दो विशाल कंधे हैं।
पूर्वी और पश्चिमी घाट दो विशाल जंघायें हैं।
कन्याकुमारी इसके चरण हैं, सागर इसके पग पखारता है।
यह चन्दन की भूमि है, अभिनन्दन की भूमि है,
यह तर्पण की भूमि है, यह अर्पण की भूमि है।
इसका कंकर-कंकर शंकर है,
इसका बिन्दु-बिन्दु गंगाजल है।
हम जियेंगे तो इसके लिये
मरेंगे तो इसके लिये।
🌷🚩🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🚩🌷
25 दिसम्बर
माँ भारती के लाल, राजनीती, शुचिता के महानायक, जन-जन के लाड़ले पूर्व प्रधानमन्त्री और भारत रत्न श्रद्धेय अटलजी का जन्मदिवस है।
🌷🌷🌺🌹🌷🌷🌹🌺🌷🌷
सम्पूर्ण राष्ट्र को भारत रत्न अटलजी के जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाये...
अटलजी की रचना
भारत जमीन का टुकड़ा नहीं,
जीता जागता राष्ट्रपुरुष है।
हिमालय मस्तक है, कश्मीर किरीट है,
पंजाब और बंगाल दो विशाल कंधे हैं।
पूर्वी और पश्चिमी घाट दो विशाल जंघायें हैं।
कन्याकुमारी इसके चरण हैं, सागर इसके पग पखारता है।
यह चन्दन की भूमि है, अभिनन्दन की भूमि है,
यह तर्पण की भूमि है, यह अर्पण की भूमि है।
इसका कंकर-कंकर शंकर है,
इसका बिन्दु-बिन्दु गंगाजल है।
हम जियेंगे तो इसके लिये
मरेंगे तो इसके लिये।
🌷🚩🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🚩🌷
Comments
Post a Comment